मिलने वक़्त से, ख़ास शख़्स से चल पड़ी हैं ये राहें
हैं जहाँ पे वो उस दिशा में भी बह रही हैं हवाएँ
दिल में लिए ख़ुशी, थोड़ी फ़िकर, थोड़ी नमी
जिसके लिए बाक़ी हूँ मैं, है तू ही मेहेरवाँ
रहा मैं महरूम, मिला ना मुझे थोड़ा सुकून
जो अब मिला तू हमसफ़र, जियूँगा तुझे बूँद, बूँद, बूँद
रहा मैं महरूम, मिला ना मुझे थोड़ा सुकून
जो अब मिला तू हमसफ़र, जियूँगा तुझे बूँद, बूँद, बूँद
अधूरा पड़ा ये कारवाँ हैं, राहों में ज़रूरत तेरी (ज़रूरत तेरी)
आँखों से वो ओझल ना हो, तस्वीर तेरी जो धुँधला गई
याद है तेरी हँसी होंठों तले दबी-दबी
बिन तेरे मैं क़ामिल नहीं, सुन तो ले, हमनवा
रहा मैं महरूम, मिला ना मुझे थोड़ा सुकून
जो अब मिला तू हमसफ़र, जियूँगा तुझे बूँद, बूँद बूँद
रहा मैं महरूम, मिला ना मुझे थोड़ा सुकून
जो अब मिला तू हमसफ़र, जियूँगा तुझे बूँद, बूँद, बूँद
साँस तू, तलाश तू, है मुझमें ठहरी वो प्यास तू
तेरे बिना मैं कैसे जियूँ? मुझे मुझसे ज़्यादा है ख़ास तू
तुमसे है जुड़ा किस्सा ये मेरा, मेरी ख़ताएँ गिनाएँ
रिश्ता तेरा-मेरा दरमियाँ था जो, चलो ना फिर से निभाएँ
तू है मेरी ज़िंदगी, तू ही है ख़ुशी
मेरी रूह को दे-दे नमी, बरस भी जा मेहेरवाँ
तू ही है आरज़ू, तू ही है मेरे जीने का वजूद
आ रख लूँ तुझे आँखों में, यूँ करे आँखें मूँद, मूँद, मूँद
रहा मैं महरूम, मिला ना मुझे थोड़ा सुकून
जो अब मिला तू हमसफ़र, जियूँगा तुझे बूँद, बूँद, बूँद
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